दलित का बेटा अभय बना आईएस, जायस में जश्न का माहौल।
जायस, अमेठी।
जिलाधिकारी बन पीड़ितों को इंसाफ दिलाना चाहता है आई एस परीक्षा 2019 में 767 रैंक हासिल करने वाला अभय कुमार सोनकर।
4 अगस्त 24 वर्ष पूरा करने वाले अभय को जन्म दिन का आज मिला है सबसे बड़ा तोहफा।
कहते हैं जब मन में कुछ करने का जज्बा हो तो कोई भी राह कठिन नहीं होती, बुलंद हौसले हों तो बड़ी से बड़ी मंजिल हासिल की जा सकती है लेकिन हर मक़ाम हासिल करने के लिए लक्ष्य ज़रुरी होता है।
यह बात एक बार फिर सच कर दिखाया है जायस नगर के मोहल्ला चौधराना निवासी अभय कुमार सोनकर ने ।
जायस नगर में फर्नीचर का काम करने वाले विजय कुमार सोनकर और प्राथमिक विद्यालय जायस प्रथम में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात विजय लक्ष्मी के चार बेटियों में इकलौता पुत्र 24 अभय कुमार सोनकर ने आज अपने जन्म दिन के उपलक्ष्य में आईएस 2019 की परीक्षा 767 रैंक के साथ पास किया है सोमवार को दोपहर में जैसे ही आईएस परीक्षा परिणाम घोषित हुआ अभय के लिए परिणाम खुशियों का पैगाम लेकर आया नगर और मोहल्ले के तमाम लोग अभय के आवास पर पहुंचे और उस आई एस बन नगर सहित अमेठी जनपद का नाम रौशन करने पर न सिर्फ मुंह मीठा कराया बल्कि मायारपण कर पुष्प वर्षा भी की ।
अभय ने बताया कि उसने प्राथमिक शिक्षा नगर के मोहल्ला कंचाना स्थिति ब्लासमस स्कूल से हासिल की फिर हाई स्कूल व इंटर रेयान इंटरनेशनल स्कूल से हासिल किया। वर्ष 2014-18 में दिल्ली से आई आई टी की इसी दौरान वह तीन महीने की इंटर्नशिप के लिए फ्रांस भी गया।आई आई टी करते ही उसने दिल्ली में ही आई एस परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी और उसने अपने आत्म विश्वास से पहली में ही आई एस परीक्षा पास कर लिया।
अभय ने बताया कि उसने आई एस बनने के लिए 10 से 12 घंटे की पढ़ाई की है।
उसने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने दादा पूर्व तहसील राम गरीब सोनकर, माता पिता और गुरु जनों को दी है।अभय का कहना है कि वह डीएम बनकर पीड़ितों को इंसाफ दिलाने का काम करना चाहते हैं।अभय का कहना है युवा पीढ़ी आगे बढ़ने के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करें तभी वह अपना मक़ाम हासिल कर सकते हैं।अभय का कहना है कि आपसी सौहार्द पर चलकर ही देश तरक्की कर सकता है।
अभय की इस कामयाबी पर
अमर पाल पटेल - एकौना ,धर्मेन्द्र वर्मा बीजेपी युवा नेता, अश्वनी सोनकर, अभिषेक सोनकर, अनीता सोनकर, रामू ठेकेदार, कपिल मौर्या, आकाश सोनकर, श्यामलाल सोनकर आदि ने हर्ष जताते हुए आगे और तरक्की की कामना की है।